3d printing technician | 3डी प्रिंटिंग टेक्नीशियन
12वीं के बाद बन सकते हैं 3डी प्रिंटिंग टेक्नीशियन
तकनीक की दुनिया में 3D प्रिंटिंग ने क्रांति ला दी है। इमारतों के प्रोटोटाइप से लेकर कस्टम मेडिकल इम्प्लांट्स तक, 3D प्रिंटिंग ने उत्पादन को तेज, सटीक और व्यक्तिगत बनाया है। 12वीं पास करने के बाद 3D प्रिंटिंग टेक्नीशियन के रूप में करिअर बनाने से स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में काम करने के कई अवसर मिलते हैं। शुरुआत में इस क्षेत्र में वेतन औसतन 3-5 लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकता है। अनुभव के साथ, खासकर एयरोस्पेस या मेडिकल टेक्नोलॉजी जैसे विशेष क्षेत्रों में, वेतन 10-12 लाख प्रति वर्ष हो जाता है।

3डी प्रिंटिंग टेक्नीशियन कौन होते हैं?
3D प्रिंटिंग टेक्नीशियन वे एक्सपर्ट्स होते हैं, जो 3D प्रिंटर का संचालन, डिजाइन फाइलों को प्रिंटिंग के लिए तैयार करना, तकनीकी समस्याओं को हल करना और यह सुनिश्चित करना कि अंतिम उत्पाद गुणवत्ता मानकों पर खरा उतरे, जैसे काम करते हैं। ये लोग डिजाइन, प्रोटोटाइप और विभिन्न क्षेत्रों के लिए मॉडल भी बनाते हैं।
इस क्षेत्र के लिए जरूरी स्किल्स
* टेक्निकल नॉलेज: 3D प्रिंटिंग सॉफ्टवेयर जैसे Tinker CAD, Blender, AutoCAD और 3D प्रिंटर (FDM, SLA, SLS) की समझ ।
• डिजाइन की नॉलेज: 3D डिजाइन में रुचि, विशेष रूप से Solid Works या Fusion 360 जैसे सॉफ्टवेयर में।
• प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्सः प्रिंटिंग प्रक्रिया के दौरान आने वाली तकनीकी और मैकेनिकल समस्याओं को हल करने की क्षमता।
• मटेरियल की नॉलेज: 3D प्रिंटिंग में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न मटेरियल्स, जैसे प्लास्टिक, रेजिन और मेटल्स को पहचानना आना चाहिए साथ ही उनकी नॉलेज भी जरूरी है।
पढ़ाई के अवसर
3डी प्रिटिंग टेक्नीशियन बनने के लिए साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है। इसके बाद आप 3D प्रिंटिंग, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग या संबंधित क्षेत्र में डिप्लोमा या सर्टिफिकेट या यूजी डिग्री भी कर सकते हैं।
* सर्टिफिकेट कोर्स (3-6 महीने): शॉर्ट टर्म कोर्स 3D प्रिंटिंग तकनीक में व्यावहारिक प्रशिक्षण देते हैं, जो शुरुआती पदों के लिए सही विकल्प हैं।
• डिप्लोमा कोर्स (1 वर्ष): एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, मटेरियल्स और डिजाइन सॉफ्टवेयर के फंडामेंटल्स को पर फोकस किया जाता है।
* यूजी डिग्री (3-4 वर्ष): मैकेनिकल इंजीनियरिंग या एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग में स्पेशलाइजेशन कोर्स कर आप एडवांस्ड स्किल्स सीख सकते हैं।
इन संस्थानों से कर सकते हैं पढ़ाई
* आईआईटी बॉम्बे (मुंबई) यहां एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग में कोर्स कराया जाता है। ये 6 महीने का कोर्स होता है जिसमें एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग टेक्नीक्स, CAD मॉडलिंग और विभिन्न उद्योगों में इसके अनुप्रयोगों को कवर किया जाता है।
* एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (पुणे) यहां एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग में विशेषज्ञता के साथ प्रोडक्ट डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स कराया जाता है।
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